1125 HAIGAS PUBLISHED TILL TODAY(04.09.15)......आज तक(04.09.15) 1125 हाइगा प्रकाशित Myspace Scrolling Text Creator

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रचनाएँ hrita.sm@gmail.comपर भेजें - ऋता शेखर मधु

Tuesday 7 February 2012

जीवन डोर-हाइगा में

जीवन गाड़ी /हाँकता जाता इसे /ऊपर वाला |




सारे चित्र गूगल से साभार

7 comments:

vidya said...

बहुत सुन्दर..
जीवन दर्शन हइगा में..
अदभुद...

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
घूम-घूमकर देखिए, अपना चर्चा मंच
लिंक आपका है यहीं, कोई नहीं प्रपंच।।
--
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा आज बुधवार के चर्चा मंच पर लगाई गई है!

virendra sharma said...

बहुत उत्तम प्रस्तुति पाठक से बतियाती बोलती सी .

सहज साहित्य said...

बहुत सुन्दर ॠता जी । ईश्वर करे आप निरन्तर प्रगति-पथ पर अग्रसर रहें।

दिगम्बर नासवा said...

अध्बुध ... जीवन इन्ही शब्दों के इर्द गिर्द घूमता रहता है ...

Urmi said...

हमेशा की तरह लाजवाब हाइगा सुन्दर चित्रों के साथ!

Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकार said...

.


अति सुंदर !
वाह वाऽऽह !
अद्भुत ! मनहर !
उत्कृष्ट हाइगा !!



हार्दिक बधाई !